गुरूजी मजा मां,
गुरूजी हवा मां
गुरूजी के चेला
जो खौंखें धुंआ मां
गुरूजी के बारे
में क्या-क्या न कहिना
गुरूजी तो राजों
के ताजों के गहिना
गुरूजी ने सादों
के वादों को पहिना
गुरूजी के चेला
पहिरिहैं पजामा
गुरूजी कठिन को
सरल दे उड़ाएं
गुरूजी मगन को अगन
दे लड़ाएं
गुरूजी बड़ी भोर
बातें बनाएँ
गुरूजी के चेला आंधर कुआं मां
गुरूजी की बरखा
में जमना का पानी
गुरूजी ने धो
कर कहानी बनानी
गुरूजी कहें नभ
में गंगा बहानी
गुरूजी के चेला
सुक्खी धरा मां
गुरूजी जो
कहिहैं, बेल्कुल न करिहैं
गुरूजी गुजर
बेर, दिखिहै न धरिहैं
गुरूजी करोड़ों
के मोडों में चलिहैं
गुरूजी के चेला
चवन्नी के मामा
गुरूजी गुरूजी
के भोंपू के रेला
गुरूजी के मौसम
गुरूजी के बेला
हमीं भाई चेला
हमीं सब के मेला
हमीं हंस ले
खेला जइबे कहाँ मां
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